एक साथ 25 स्कूलों में पढ़ा रही थी शिक्षिका, बीएसए सहित 8 पर केस दर्ज
गोंडा।
तहलका 24×7
प्रदेश के 25 जिले में अनामिका शुक्ला नाम से अध्यापक नियुक्ति केस सुर्खियों में रहने के बाद, अदालत के आदेश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी समेत 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।कोतवाली प्रभारी विवेक त्रिवेदी ने बताया कि बीएसए पर एफआईआर के साथ जिन लोगों को अभियुक्त बनाया गया है, उनमें तत्कालीन वित्त एवं लेखाधिकारी सिद्धार्थ दीक्षित, पटल लिपिक सुधीर सिंह, अनुपम पांडेय, अनामिका शुक्ला, भैया चंद्रभान दत्त स्मारक विद्यालय के प्रबंधक दिग्विजयनाथ पांडेय, विद्यालय के प्रधानाचार्य और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं।

मामले में वादी प्रदीप कुमार पांडेय ने अदालत में दायर अपनी याचिका में आरोप लगाया कि बेसिक शिक्षा विभाग में एक संगठित गिरोह जैसे काम रहा है, जो नौकरी चाहने वालों की शैक्षिक डिग्रियों का दुरुपयोग कर फर्जी नियुक्तियां करता है। उन्होंने दावा किया कि इस घोटाले में करोड़ों रुपये का गबन हुआ है।बताते चलें कि गोंडा जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका को विभाग में बिना नियुक्ति के ही दिसंबर 2017 से जून 2020 तक लगातार वेतन दिया गया।

वर्ष 2020 में शिक्षा विभाग से जानकारी मिली कि अनामिका नाम की शिक्षिका को प्रदेश के 25 कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नौकरी करके करोड़ो रुपए हर महीने वेतन ले रही थी। मामला सामने आने के बाद प्रदेश सरकार ने एसआईटी जांच के आदेश दिए। जिसके बाद असली अनामिका शुक्ला खुद बेसिक शिक्षा विभाग पहुंची, उसने बताया कि उसके नाम से प्रदेश के 25 जिले में लोग नौकरी कर रहे हैं जो कि बेरोजगार हैं। जिसके बाद भाई चंद्रभान दत्ता स्मारक विद्यालय रामपुर टेंगरहा के प्रबंधक दिग्विजय नाथ पाण्डेय ने अस्थाई नियुक्ति पत्र दिया था।

उस समय मौजूद बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत प्रजापति ने ऑफिस में नियुक्ति पत्र दिया। पूरे प्रकरण की एसआईटी जांच अभी भी तक चल रही है।अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत ने बताया कि नगर कोतवाली पुलिस ने अनामिका शुक्ला व बेसिक शिक्षा विभाग लिपिक अनुपम शुक्ला समेत 8 लोगों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर दर्ज मुकदमा कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।