छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री होंगे विष्णुदेव साय, रमन सिंह को विस स्पीकर की जिम्मेदारी
# अरुण साव और विजय शर्मा बनेंगे डिप्टी चीफ मिनिस्टर
नई दिल्ली।
तहलका 24×7
छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय नए मुख्यमंत्री होंगे। आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री साय को भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री के रूप में चुना है। रविवार को पार्टी के 54 नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में उन्हें भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। 3 दिसंबर को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही राज्य में मुख्यमंत्री को लेकर अटकलें लगातार तेज थीं, हालांकि अब इन अटकलों पर विराम लग गया है।
विष्णदेव साय का चुनाव करीब एक सप्ताह के विचार-विमर्श के बाद किया गया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में आदिवासी नेता को लाने के विचार के अनुरूप है, जहां आदिवासियों की आबादी 32 प्रतिशत है। ओबीसी के बाद राज्य में आदिवासी सबसे बड़ा जनसंख्या समूह हैं। यह ऐसी स्थिति है, जिसने शुरुआत में भाजपा को आदिवासी और ओबीसी में से चुनने को लेकर उलझा दिया था। हालांकि प्रदेश के आदिवासी इलाकों में पार्टी के अभूतपूर्व प्रदर्शन को देखते हुए यह निर्णय आदिवासियों के पक्ष में गया। भाजपा आदिवासियों की पसंदीदा सूची में कभी भी शीर्ष पर नहीं थी। हालांकि इस बार पार्टी उनका मूड बदलने और आदिवासी बहुल सरगुजा क्षेत्र की सभी 14 विधानसभा सीटों और बस्तर की 12 में से आठ सीटों पर कब्जा करने में कामयाब रही।
भाजपा नेताओं ने बताया कि रविवार को यहां पार्टी पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के दल ने साय को अपना नेता चुना।उन्होंने बताया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साय के नाम का प्रस्ताव किया तथा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया। विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा के बाद कहा कि “मैं पूरी ईमानदारी से ‘सबका विश्वास’ के लिए काम करूंगा और ‘मोदी की गारंटी’ के तहत छत्तीसगढ़ की जनता से किए गए वादे पूरे करूंगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में हम वादों को पूरा करने का प्रयास करेंगे। पहला काम लोगों को 18 लाख आवास देना होगा।”
भाजपा नेताओं ने बताया कि पार्टी के नव निर्वाचित विधायकों की दोपहर बाद बैठक आयोजित की गई जिसमें पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल तथा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम उपस्थित थे।उन्होंने बताया कि भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आयोजित इस बैठक में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, केंद्रीय मंत्री और चुनाव सह प्रभारी डॉक्टर मनसुख मांडविया, भाजपा संगठन सह प्रभारी नितिन नबीन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह भी मौजूद थे।
# रमन सिंह होंगे छत्तीसगढ़ विधानसभा के स्पीकर, अरुण साव और विजय शर्मा बनेंगे डिप्टी सीएम
छत्तीसगढ़ में विष्णदेव साय को मुख्यमंत्री बनाए जाने के साथ ही दो विधायकों को उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा में स्पीकर की भूमिका निभाएंगे, वहीं अरुण साव और विजय शर्मा राज्य सरकार में उप मुख्यमंत्री होंगे। रमन सिंह 2003 से 2018 तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे हैं, साथ ही इस बार भी वो मुख्यमंत्री के दावेदार माने जा रहे थे, हालांकि पार्टी ने विष्णुदेव साय पर भरोसा जताया है। विधायक दल की बैठक में रमन सिंह ने ही विष्णुदेव साय के नाम का प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने सर्वसम्मति से अपनी सहमति जताई।
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह का कहना है, “यह एक बड़ी उपलब्धि है कि एक योग्य उम्मीदवार को सीएम की जिम्मेदारी दी गई है। विष्णुदेव साय नए अवसर के साथ निश्चित रूप से सफल होंगे, पार्टी में सभी की जिम्मेदारी तय है”। एक आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाने और दो उप मुख्यमंत्रियों के साथ भाजपा ने सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश की है। रमन सिंह राजपूत समाज से आते हैं तो अरुण साव ओबीसी और विजय शर्मा ब्राह्मण हैं। रमन सिंह के साथ ही अरुण साव भी प्रदेश में मुख्यमंत्री की दौड़ में थे।भाजपा को उम्मीद है कि प्रदेश के शीर्ष नेताओं को तरजीह देने से राज्य में गुटबाजी को दूर रखने में मदद मिलेगी। विष्णदेव साय और रमन सिंह के करीबी हैं। विजय शर्मा पार्टी के महासचिव हैं, उन्हें नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ ही रमन सिंह का भी करीबी माना जाता है। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में उन्होंने मंत्री अकबर भाई को करीब 40 हजार वोटों से हराया है। राज्य की आबादी में आदिवासियों की संख्या लगभग 32 फीसदी है तथा सरगुजा क्षेत्र के जशपुर जिले से आने वाले विष्णुदेव साय भाजपा की कार्ययोजना में बिल्कुल फिट बैठते हैं। ओबीसी राज्य में सबसे सामाजिक प्रभावशाली सामाजिक समूह है और इसके बाद आदिवासी समुदाय का नंबर आता है।