बारिश का असर : गंगा में हर घंटे बढ़ रहा है एक सेमी जलस्तर
# तो… फिर छीन जाएगी रोजी रोटी, नाविकों की माथे पर चिंता की लकीरें
वाराणसी।
मनीष वर्मा
तहलका 24×7
गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी ने नाविकों की माथे पर चिंता की लकीरें गहरी कर दी हैं। वहीं गंगा के जलस्तर में बढ़ाव के कारण शैवाल की समस्या तो दूर हो गई है, लेकिन कई घाटों पर जलकुंभी ने डेरा डाल दिया है। गंगा के जलस्तर में एक सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, शनिवार सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 59.14 मीटर था जो रात नौ बजे 59.35 मीटर तक पहुंच गया। बीते 48 घंटों में गंगा के जलस्तर में करीब दो फीट से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। दूसरी तरह संभावित बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने भी तैयारी शुरू कर दी है।
बाढ़ चौकियों के बनाए जाने से लेकर नाविकों और गोताखोरों तक की सूची तैयार करने का निर्देश डीएम कौशल राज शर्मा ने अधिकारियों को दिया है। डीएम ने अधिकारियों को बाढ़ के वक्त काम आने वाली जरूरी सामान जैसे लाइफ जैकेट, फ्लोटिंग ट्यूब, टॉर्च, तिरपाल आदि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा बाढ़ के दौरान राहत सामग्री जैसे सूखा अनाज, लाई चना, बिस्कुट आदि के अभी से वेंडर्स तय करने के निर्देश भी दिए हैं।
तो… फिर छीन जाएगी रोजी रोटी
गंगा में उफान के कारण नाविक चिंतित हो उठे हैं। उन्हें डर सता रहा है कि गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण फिर से उनकी रोजी रोटी पर संकट खड़ा हो सकता है। कोरोना के कारण लॉकडाउन के वजह से गंगा में नाव संचालन बंद था। 14 जून से नाव संचालन की अनुमति मिली तो अब गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी से नाविक परेशान हैं।