कानपुर : सर्राफा व्यवसायी ने लगाया थानेदार पर धन उगाही का आरोप
# जेल भेजने के नाम पर डरा-धमकाकर मांगे थे पांच लाख रुपये
कानपुर/लखनऊ।
विजय आनंद वर्मा
तहलका 24×7
पनकी थानाध्यक्ष अंजन कुमार सिंह पर गंभीर आरोप लगे हैं। सर्राफा व्यवसायी का दावा है कि थानेदार व अन्य पुलिसकर्मी उनको उठाकर थाने ले गए और जेल भेजने की धमकी दी। फिर छोड़ने के एवज में पांच लाख रुपये की मांग की। जब एक लाख रुपये दिए तब छोड़ा। बाकी के चार लाख रुपये का इंतजाम करने को कहा है।

पुलिस कमिश्नर ने शिकायत का संज्ञान लेकर डीसीपी पश्चिम को जांच के आदेश दिए हैं। पनकी गंगागंज निवासी गोविंद अग्निहोत्री की इलाके में ज्वैलरी शॉप है। गोविंद के मुताबिक तीन साल पहले उन्होंने शताब्दीनगर में एक प्लॉट खरीदा था। जिस पर उनका कब्जा है। निर्माण भी हो चुका है। उनके मुताबिक 20 नवंबर को पनकी थाने में तैनात हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह यादव दो सिपाहियों के साथ उनके पास पहुंचे और थानाध्यक्ष बुलाने की बात कहकर उनको थाने ले आए थे।

गोविंद का आरोप है कि इस दौरान थानेदार ने जेल भेजने की धमकी दी। खूब गालियां दीं। देर शाम को परिजन व उनके परिचित थाने पहुंचे। इस दौरान उनके पिता ने एक लाख रुपये दिए तब उनको छोड़ा गया। बुधवार को गोविंद ने पूरा मामला पुलिस कमिश्नर से बताया।

गोविंद ने सीपी से कहा कि जो जमीन उन्होंने खरीदी थी, उसके दस्तावेज उपलब्ध हैं। भुगतान चेकों से किया गया था, जिसका विवरण है। सभी दस्तावेज उन्होंने प्रार्थना पत्र के साथ सीपी को सौंपे। यह भी बताया कि करीब छह महीने पहले जब मकान बन रहा था, तब धर्मेंद्र सिंह यादव 40 हजार रुपये लेकर गए थे। तब भी जेल भेजने की धमकी दी थी।

इस संदर्भ में एसएचओ पनकी अंजन कुमार सिंह ने बताया कि गोविंद समेत अन्य कई लोगों पर करीब डेढ़ महीने पहले एक केस दर्ज किया गया था, जिसकी विवेचना जारी है। उसमें भुगतान संबंधी कुछ खामियां हैं। उसी सिलसिले में उनसे पूछताछ की गई थी। रुपये मांगने व लेने की बात निराधार है। वहीं पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने कहा कि शिकायत गंभीर है, इसलिए डीसीपी पश्चिम विजय ढुल को जांच दी गई है। अगर पुलिसकर्मियों को दोषी पाया जाता है, तो बेहद सख्त कार्रवाई की जाएगी।