जौनपुर : चहुमुंखी विकास सिर्फ शिक्षा के माध्यम से सम्भव- प्रो. रेहान अख्तर
# शिक्षा जागरूकता को लेकर आयोजित हुई दो दिवसीय संगोष्ठी
खेतासराय। अज़ीम सिद्दीकी तहलका 24×7 गाइडेंस एजुकेशनल एंड वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा स्थानीय थाना क्षेत्र के पाराकमाल गांव में मो अजीम के आवास पर शैक्षिक विधियों और भारतीय मुसलमानों पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के धर्मशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. रेहान अख्तर कासमी मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत हाफिज मुहम्मद हम्माद द्वारा पवित्र कुरान के पाठ के साथ हुई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रोफेसर डॉ. रेहान अख्तर कासमी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया के लिए वार्षिक प्रतियोगी प्रवेश फॉर्म भरने की तारीख आ गई है। व्यावसायिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जबकि समाज ऊर्जा पैदा करने के अलावा छात्रों को प्रेरित करने के लिए शैक्षिक कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है।
विश्वविद्यालय के विषय और अन्य जानकारी प्रदान करके प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने के लिए युवाओं में शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में मुस्लिम राष्ट्र में शिक्षा के प्रति रुझान में वृद्धि हुई है लेकिन इसे सफलता की गारंटी नहीं माना जा सकता है। अपने वंशजों का सपना संवारने में असफल हो रहे हैं। शिक्षा एक ऐसा हथियार है जिससे हर लड़ाई लड़ी जा सकती है। शिक्षा के माध्यम से ही पीढ़ियों के विकास का सपना देखा जा सकता है और आज के युवाओं को बेहतर तालीम देनी होगी।
युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप देश के युवाओं की संपत्ति हैं। आपके माता-पिता को छोड़कर हम सभी को आपसे बहुत उम्मीदें हैं। आपकी सकारात्मक सोच से क्षेत्र और देश का विकास होगा। आपको अपना लक्ष्य खुद निर्धारित करना होगा। जिनके पास लक्ष्य नहीं है वे असफल हो जाते हैं और कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो बाद में भी असफल हो जाते हैं। क्षमता और प्रतिभा को छोड़कर सभी प्रकार की संपत्ति रखते हैं। इन दौरान मुख्य रूप से हाफिज एनायतुल्ला, डॉ अनवर खान, मोहम्मद सकलैन, कमर आलम, मोहम्मद फैज, मोहम्मद उमर व अमान खान मो0 राफे आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।