जौनपुर : विद्युत कटौती से आम जनमानस हलकान, जिम्मेदार है मौन
# धान की रोपाई को लेकर किसानों को बारिश का बेसब्री से इंतजार
केराकत। विनोद कुमार तहलका 24×7 किसानों के बेहतरी व उनकी आय को दुगना करने के लिए लाखों करोड़ों रूपये खर्च कर उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक करोड़ों रुपए विद्युत विभाग पर खर्च किया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि किसानों के लिए सिंचाई के अनुकूल परिस्थिति बनी रहें पर कुछ जिम्मेदार अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा सरकार के इस प्रयास पर पानी फिरता दिख रहा है। धान की रोपाई का समय हो गया है इस वक्त किसानों के खेतों के लिए काफी मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है पर शासन द्वारा किसानों को 5-7 घंटे भी बिजली मुहैया नहीं कराई जा रही है।
केराकत क्षेत्र के लगभग सभी ग्रामीण क्षेत्रों का यही हाल है। दिशापुर (बजरंगनगर) फीडर, खडहर डगरा, नईबाजार फीडर, अमिहित, सेनापुर की स्थिति तो और ही दयनीय है इस फीडरों पर हजारों छोटे बड़े किसान निर्भर है। अकेले बजरंगनगर दिशापुर फीडर से 64 गांव जुड़े है जिससे काफी किसान प्रभावित होतें है वहीं ब्रहामनपुर फीडर के 78 ग्राम जिनमें किसानों की काफी संख्या निर्भित है। इन फीडरों नें विद्युत के न आने के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इन फीडरों से आपूर्ति तो की जा रही है लेकिन किसान को पम्प से खेत मे पानी पहुंचने के पहले ही विद्युत कट जा रही है। इससे खेंतों में भरपूर पानी नही पहुंच पा रहा है।सरकुलर के बावजूद बिजली नियमित रूप से न देने वाले कर्मचारी, अधिकारी या बड़े बड़े वादे करके जनता को भूलने वाले जनप्रतिनिधि का ध्यान कब किसान की तरफ आयेगी यह बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है।