रिटायर्ड फौजी ने की बेटे की गोली मारकर हत्या
मुजफ्फरपुर।
तहलका 24×7
बिहार के मुजफ्फरपुर में दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया गया है। जिले के तुर्की थाना क्षेत्र में एक रिटायर्ड फौजी ने अपने एकलौते की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की शिनाख्त शशिरंजन सिंह उर्फ गोलू के रूप में हुई है। वहीं आरोपी रिटायर्ड फौजी का नाम हरेंद्र सिंह है।हत्या के बाद हरेंद्र सिंह ने खुद तुर्की थाना की पुलिस को फोन किया, स्वयं हथियार के साथ थाने पहुंचे और आत्मसमर्पण कर पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी।

पुलिस ने उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। मुजफ्फरपुर के एसपी ग्रामीण विद्या सागर ने बताया कि वारदात तुर्की थाना क्षेत्र के गोरीहारी गांव की है। रिटायर्ड फौजी हरेंद्र सिंह के पेंशन के पांच हजार रुपए बेटे गोलू ने निकाल लिये थे। जब उन्होंने गोलू से इस बाबत पूछताछ कि तो गोलू ने अपने माता-पिता की पिटाई कर दी। इसके बाद रात को हरेंद्र सिंह ने लाइसेंसी पिस्टल से अपने बेटे गोलू को गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।विद्या सागर ने बताया कि गोलू छोटी-मोटी आपराधिक घटनाओं में भी शामिल रहा था। वह अक्सर अपनी मां से नशे के लिए पैसे मांगा करता था।

मना करने पर जमकर हंगामा और मारपीट किया करता था। काफी समझाने के बावजूद जब वह नहीं माना तो पिता हरेंद्र सिंह ने आक्रोश में आकर अपनी लाइसेंसी बंदूक से उसके सीने में गोली मार दी। गोली लगते ही गोलू की मौके पर ही मौत हो गई। अभी तक की जांच में एक ही गोली मारने की बात सामने आयी है। हालांकि पुलिस हर एंगल से मामले की तफ्तीश कर रही है।मृतक गोलू की पत्नी मुनीता देवी ने बताया कि मेरे पति और ससुर में लड़ाई हुई थी, उस समय भी ससुर बंदूक निकालकर डरा-धमका रहे था।किसी तरह अपने ससुर को हाथ पैर जोड़कर उन्हें एक कमरे में बंद कर दिए थे।

शाम में पति भोज खाकर कमरा बंद कर सोने गए थे, ससुर ने बहला फुसलाकर मेरे पति के कमरे का गेट खुलवाया उसके बाद गोली मार दी। वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार मृतक गोलू नशे का आदी था और अक्सर माता-पिता से पैसे की मांग करता था। पैसे न मिलने पर वह घर में हंगामा करता था। ग्रामीणों का कहना है कि बीती रात भी वह नशे के लिए पैसे मांग रहा था और हंगामा कर रहा था। घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि आरोपी पिता की मानसिक स्थिति क्या थी और क्या पहले भी घर में ऐसी घटनाएं हो चुकी थीं।