रिश्वत लेते जीएसटी इंस्पेक्टर को सीबीआई टीम ने दबोचा, कौशांबी के कारोबारी से मांगे थे पैसे
प्रयागराज।
तहलका 24×7
कौशांबी के कारोबारी से रिश्वत मांगने की शिकायत पर केंद्रीय माल एवं सेवा कर के इंस्पेक्टर हरिशंकर सरोज को केंद्रीय जांच ब्यूरो ने देर रात रंगे हाथ गिरफ्तार किया। दूसरे आरोपी अनिल कुमार को रविवार देर रात तक सीबीआई की टीम शहर में कई संभावित स्थानों पर तलाश करती रही, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। इसके बाद सीबीआई ने आरोपी के सिविल लाइंस स्थित फ्लैट को सील कर दिया।

कौशांबी भरवारी के रहने वाले मोहन श्याम केसरवानी के बेटे आदित्य केसरवानी ने अपनी कंपनी का सीजीएसटी में पंजीकरण कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। सत्यापन मिलने पर सीजीएसटी के इंस्पेक्टर अनिल कुमार मतलानी ने फोन पर व्यापारी से बात की, आरोप है कि इसके बाद 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई। यह भी कहा कि दूसरे इंस्पेक्टर को भी देना होगा। बिना रुपये दिए पंजीकरण नहीं होगा। इसके बाद आदित्य ने मामले की शिकायत सीबीआई से कर दी।

साक्ष्य के तौर पर मोबाइल की चैट और कॉल रिकार्डिंग भी सीबीआई के अफसरों को दी। मामला गंभीर देख सीबीआई के अधिकारियों ने गोपनीय तरीके से जांच पड़ताल की तो बात सही निकली।सीबीआई टीम ने व्यापारी आदित्य से संपर्क किया। इसके बाद घूस के 10 हजार रुपये विशेष पेपर पर रखकर देने को कहा। इंस्पेक्टर हरिशंकर सरोज को तय समय और स्थान पर सीबीआई ने घूस के रुपये देने के लिए बुलाया।

इंस्पेक्टर ने जैसे ही रुपये हाथ में लिए, सादे वेश में मौजूद सीबीआई अफसरों ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। पूछताछ में हरि शंकर सरोज ने बताया है कि उसने अनिल मतलानी के कहने पर ये रिश्वत ली है। सीबीआई ने दूसरे इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए छापेमारी की, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। टीम ने मतलानी के तुलसियानी और पंचशील अपार्टमेंट को सील कर दिया है।

डीसीपी सिटी अभिषेक भारती का कहना है कि सीबीआई की टीम आई थी। प्रयागराज के कई स्थानों पर रेड डाली है। कार्रवाई के दौरान टीम ने एक सीजीएसटी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया।