सुल्तानपुर : वाहनों की दौड़ में फोरलेन से 28 गुना पीछे हो गया पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
सुल्तानपुर। ज़ेया अनवर तहलका 24×7 वाहनों की दौड़ में सुल्तानपुर-लखनऊ फोरलेन ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को काफी पीछे छोड़ दिया है। एक्सप्रेस-वे की तुलना में फोरलेन पर करीब 28 गुना अधिक वाहन रोज गुजर रहे हैं। वाहनों की आवाजाही से फोरलेन रात-दिन गुलजार है जबकि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर इक्का-दुक्का वाहन ही गुजरते दिखते हैं। एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की कमी से टोल में भारी गिरावट आई है।
जिले से होकर गुजरे लखनऊ-गाजीपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर टोल वसूली के लिए लगाई गई कार्यदायी संस्था ने घाटे का हवाला देते हुए दोबारा टेंडर कराने की मांग यूपीडा से की थी। मांग पर यूपीडा ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी की ओर से दोबारा टेंडर कराने के पीछे आय में कमी दर्शाई गई थी। आय में कमी की वजहों की पड़ताल में वाहनों की कमी सामने आई है। एनएचएआई के आंकड़े बताते हैं कि सुल्तानपुर-लखनऊ फोरलेन पर रोज (24 घंटे में) करीब सात हजार छोटे-बड़े वाहन गुजर रहे हैं। ये ऐसे वाहन हैं जो टोल प्लाजा पर टैक्स की अदायगी करते हैं। वाहनों के दबाव से फोरलेन हमेशा गुलजार रहता है। रात व दिन में वाहनों की संख्या करीब बराबर रह रही है। एनएचएआई की ओर से फोरलेन पर जिले के असरोगा व बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ के पास टैक्स वसूली के लिए टोल प्लाजा बनाया गया है। इसमें असरोगा टोल प्लाजा के आंकड़े शामिल हैं।
दूसरी तरफ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की आवाजाही बहुत कम पाई गई है। हलियापुर के पास एक्सप्रेस-वे पर बने टोल प्लाजा पर 24 घंटे में करीब 250 वाहनों की आवाजाही दर्ज हुई। एक्सप्रेस-वे पर दिन मेें भी इक्का-दुक्का वाहन गुजरते हैं। इसकी वजह से सिक्सलेन पर वाहनों का दबाव नहीं रहता है। टोल के प्रभारी अमरीश यादव के मुताबिक वाहनों की कमी से प्लाजा पर भी भीड़ नहीं लगती है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की आवाजाही में कमी के पीछे सुविधाओं की कमी सामने आई है। इसकी वजह से वाहनों के आवाजाही की संख्या मार्ग बेहतर होते हुए भी घट गई है।