जौनपुर : कूटरचना से दशरथ सोनकर बने कागजों की खुराक
# डीएम के समक्ष बता रहे हैं “साब अभी मैं जिंदा हूं”
केराकत।
रविशंकर वर्मा
तहलका 24×7
तहसील क्षेत्र के जलालपुर में डीएम अनुज झा की जन चौपाल में अजब गजब मामला देखने को मिला। दरअसल ग्रामीणों की समस्या का निस्तारण करने के लिए डीएम अनुज झा जलालपुर के लालपुर में चौपाल लगाई थी। जन चौपाल में उपस्थित दशरथ सोनकर ने डीएम साहब से गुहार लगाते हुए कहा कि “साब अभी वह जिंदा है।” बुजुर्ग की बात सुनकर डीएम अचरज में पड़ गए और उन्होंने बुजुर्ग से पूरा प्रकरण समझा।
बॉलीवुड की मशहूर हिंदी फिल्म कागज आप सभी ने देखी होगी और कहानियों में सुनी भी होगी। इस फिल्म में पंकज त्रिपाठी बैंड में काम करते थे और कागजों में पंकज त्रिपाठी को मृत घोषित कर दिया गया था जिसके बाद जब जद्दोजहद कर किसी तरह पंकज त्रिपाठी न्याय पाते हैं। ठीक इसी तरह का मामला जौनपुर में भी देखने को मिला।
दरअसल केराकत तहसील के जलालपुर क्षेत्र के लालपुर गांव में चौपाल लगाकर शिकायतों का निस्तारण कर रहे थे ठीक उसी वक्त महिमापुर गांव के दशरथ सोनकर जन चौपाल में डीएम साहब को बताने लगे कि “साब वह अभी जिंदा हैं” दशरथ सोनकर की बात सुनकर हर कोई हैरत में पड़ गया। डीएम ने दशरथ से पूरा मामला सुना।
दशरथ ने बताया कि उन्हें कागजों में मृत्यु दिखाकर उनकी जमीन का फर्जी रूप से बैनामा करा दिया गया है। अब वह अपने आप को जिंदा बताते हुए तहसील और थाने का चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। दशरथ सोनकर की शिकायत पर डीएम ने इस मामले में जांच कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं।