बंगाल चुनाव : सीएपीएफ की 100 कंपनियों की अतिरिक्त तैनाती
# एनआईए पर हुए हमले के बाद चुनाव आयोग का बड़ा फैसला
नई दिल्ली।
तहलका 24×7
चुनाव आयोग निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव संपन्न कराने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है। आयोग ने गृह मंत्रालय को पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों (सीएपीएफ) की 100 और कंपनियां तैनात करने का निर्देश दिया है। चुनाव आयोग के निर्देश पर मंत्रालय द्वारा सीआरपीएफ की 55 कंपनियां और सीमा सुरक्षा बल की 45 कंपनियां तैनात की जा रही हैं।
अधिकारियों को 15 अप्रैल या उससे पहले पश्चिम बंगाल में अतिरिक्त 100 कंपनियों को तैनात करने का निर्देश दिया गया।इससे पहले सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने एक बार फिर से बंगाल में केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया।
मामले में डेरेक ओ ब्रायन, डोला सेन, साकेत गोखले और सागरिका घोष सहित टीएमसी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर चुनाव आयोग से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मांग किया कि सीबीआई, एनआईए, ईडी और आयकर विभाग के प्रमुखों को बदला जाए। मालूम हो कि टीएमसी लगातार आरोप लगाती रही है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा नेतृत्व वाले केंद्र के इशारे पर विपक्षी दलों को निशाना बना रही हैं।
बताते चलें कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के भूपति नगर में शनिवार सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम पर हमला हुआ। एनआईए अधिकारी तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के घर पर 2022 में हुए विस्फोट मामले की जांच के लिए पहुंचे थे, तभी उग्र भीड़ ने उनकी कार पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिससे गाड़ी की विंडस्क्रीन क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना में एक अधिकारी भी घायल हो गए थे।