हैरतअंगेज ! मार्निंग वॉक पर निकले जज की टैम्पों से कुचलकर हत्या
# हाईकोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लेकर डीजीपी व एसएसपी को किया तलब
# सुप्रीम कोर्ट में भी “मौत” की गूंज, परिजनों ने की सीबीआई जांच की मांग
# यूपी के चर्चित शूटर के गुर्गे की जमानत अर्जी की थी खारिज, जोड़ी जा रही है हत्या की कड़ी
लखनऊ/रांची।
विजय आनंद वर्मा
तहलका 24×7
झारखंड के धनबाद में मार्निंग वॉक पर निकले एडीजे उत्तम आनंद की टैम्पों की टक्कर से मौत/हत्या की गूंज सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई है। आज पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल विकास सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से धनबाद में जिला अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या की सीबीआई से जांच कराने की मांग की। उधर झारखंड हाईकोर्ट ने मामले का स्वत संज्ञान लेते हुए राज्य के डीजीपी व धनबाद के एसएसपी को तलब कर सुनवाई शुरू कर दी है। देश के मुख्य न्यायाधीश ने भी जज उत्तम आनंद की कथित हत्या के सनसनीखेज मामले में झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से बात की है।
# टैम्पो चालक सहित तीन लोग गिरफ्तार…
देर रात पुलिस ने जज उत्तम आनंद को कुचलने वाले टेंपो को गिरिडीह से बरामद कर घटना के समय उसे चला रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो आपस में रिश्तेदार हैं। पकड़े गए पिंटू व राहुल वर्मा ने पुलिस को बयान दिया है कि वे नशे में था तथा टैम्पो अनियंत्रित होकर जज साहब से टकरा गया था जबकि घटना की सामने आई सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि मार्निंग वॉक कर जज उत्तम आनंद को पीछे से टक्कर मारने के बाद आराम से वहां से भाग निकला। पुलिस ने टैम्पो के चालक गोपाल सिंह को भी हिरासत में ले लिया है।
झारखंड हाईकोर्ट ने आज सुनवाई के दौरान कहा कि अगर पुलिस सही ढंग से मामले की जांच में विफल हुई तो इसकी सीबीआई जांच कराकर सजा सकती है। खबर लिखे जाने तक सुनवाई जारी थी। सुप्रीम कोर्ट में विकास सिंह की ओर से कहा गया कि न्यायपालिका को स्वतंत्र और न्यायिक अधिकारी को सुरक्षित होना चाहिए। सीसीटीवी फुटेज से लग रहा है कि यह सुनियोजित साजिश है, फुटेज में साफ दिख रहा है कि सड़क किनारे चल रहे जज को ऑटो ने जानबूझकर टक्कर मारी है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने विकास सिंह से इस मामले का जिक्र सीजेआई के सामने करने को कहा है और कहा है कि वह भी मुख्य न्यायाधीश को इस बारे में बताएंगे।
मालूम हो कि बुधवार सुबह मार्निंग वाक पर निकले जज को टेम्पों से धक्का मार दिया गया था। घर से ही कुछ दूरी पर वह खून से लथपथ मिले थे, बाद में उनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस की जांच आगे बढ़ने के साथ धीरे-धीरे यह स्पष्ट हो रहा है कि जज उत्तम आनंद की मौत महज एक हादसा नहीं बल्कि हत्या की सुनियोजित साजिश है। जज उत्तम आनंद छह महीने पहले ही बोकारो जिले से ट्रांसफर होकर धनबाद आए थे।