1.47 करोड़ की साइबर ठगी का खुलासा
# खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज और सीबीआई डायरेक्टर बताने वाले सात ठग गिरफ्तार
शाहजहांपुर।
तहलका 24×7
पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले सात शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, यह लोगों के साथ खुद को सीबीआई डायरेक्टर और सुप्रीम कोर्ट का जज बताकर ठगी करते थे। हाल ही में इन ठगों ने शाहजहांपुर में रहने वाले 60 वर्षीय शरदचंद के परिवार को डिजिटल अरेस्ट करके 1.47 करोड़ रुपये की ठगी की थी। ठगों का नेटवर्क पूरे देश में फैला है।पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने कहा कि साइबर ठगी करने वाले गैंग के मास्टरमाइंड को ढूंढा जा रहा है। जल्द ही उसको भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

ठगों ने शहर में रहने वाले एक प्रतिष्ठित परिवार को एक महीने तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा था। इसके बाद परिवार से सुप्रीम कोर्ट का जज और सीबीआई डायरेक्टर बनकर 1.47 करोड़ रुपये की साइबर ठगी की। पुलिस मुकदमा दर्ज करके जांच के लिए एसआईटी बनाई गई। एसआईटी ने 28 दिन के अंदर साइबर ठगों को सर्विलांस के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। इन ठगों ने 200 से ज्यादा बैंक अकाउंट का खुलासा किया है। इनमें ठगी की रकम को ट्रांसफर की जाती थी।

इसके अलावा फर्जी कंपनियों के खातों में भी ठगी के 70 लाख रुपये ट्रांसफर किये गए थे।पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने कहा कि साइबर ठगों का मास्टरमाइंड उनके रडार पर है।गिरफ्तार किये गए अभियुक्तों में सचिन अहिरवार निवासी झांसी, प्रशांत कटारा निवासी आगरा, गौतम सिंह उर्फ लखन निवासी दिल्ली, संदीप पुंडीर निवासी बुलंदशहर/हाथरस, सैय्यद सैफ उर्फ सोनू निवासी फरीदाबाद, आर्यन शर्मा उर्फ यश निवासी गाजियाबाद और पवन यादव निवासी टीकमगढ़ (म.प्र.) के नाम शामिल हैं।इनके पास से 09 मोबाइल फोन, 07 एटीएम कार्ड, 01 पासबुक बरामद हुई है। इसमें एक और जांच चल रही है। इसमें यस बैंक के एक खाते से 9 करोड़ रुपये का संदिग्ध ट्रांजेक्शन है। गैंग के सदस्य अभी फरार हैं।