गौशाला को कान्हा गोशाला के लिए चिन्हित करने पर उबाल
# रामलीला समिति ने खुली बैठक कर तहसील प्रशासन को दी चेतावनी, डीएम से मिलेगा प्रतिनिधि मण्डल, तहसीलदार पर गलत कार्रवाई का गम्भीर आरोप।
शाहगंज, जौनपुर।
एखलाक खान
तहलका 24×7
पूर्व में तहसीलदार आशीष सिंह द्वारा नगर के अयोध्या मार्ग स्थित गौशाला को चिन्हित कर सरकार की योजना के अनुरूप भूमि को कान्हा गौशाल में तब्दील करने और कब्जा न छोड़ने पर भू माफिया बनाने के आदेश को लेकर रामलीला समिति व नागरिकों में रोष दिखा। शुक्रवार की शाम गांधी नगर कलेक्टरगंज स्थित फड़ पर खुली बैठक में लोगों ने तहसील प्रशासन पर गौशाला की जमीन को जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया।

बैठक में रामलीला समिति के अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ने बताया कि वर्ष 1913 में नारायण सिंह पुत्र लक्ष्मी नारायण सिंह ने गौशाला के लिए 16 बीघा 8 बिस्वा 17 धुर जमीन दान किया था। तब से आजतक गौशाला के नाम पर जमीन की देखरेख रामलीला समिति द्वारा किया जा रहा है। वर्तमान में गौ कृष्णादि रक्षिणी सभा के नाम से गौशाला का संचालन किया जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा कान्हा गौशाल की स्वीकृति के बाद तहसीलदार आशीष सिंह की नजर गौशाला पर पड़ गई और वो उसे सरकारी जमीन घोषित कर कान्हा गौशाल बनाना चाहते हैं।बैठक में समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी सीताराम अग्रहरि, लालचंद विश्वकर्मा, शेखर साहू, उमेश जायसवाल, दिलीप अग्रहरि, दिनेश गांधी व सुशील सेठ बागी ने अपने संबोधन में तहसील प्रशासन द्वारा लिए जा रहे इस निर्णय की निंदा की।

उपस्थितिजनों ने एक स्वर में कहा कि किसी कीमत पर गौशाला की जमीन जाने नहीं दिया जाएगा। यदि प्रशासन जबरन कार्रवाई करता है तो रामलीला समिति, गौसेवक और नगर की जनता सड़क पर उतरने को बाध्य होगी। कानून व्यवस्था बिगड़ने पर इसकी सारी जिम्मेदारी तहसील प्रशासन की होगी।

इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष अमरनाथ प्रसाद गुप्त, रुपेश जायसवाल, कमलेश अग्रहरि, कालीचरण जायसवाल, उमेश अग्रहरि, देवेश जायसवाल, अनिल मोदनवाल, उमेश जायसवाल, शशांक शेखर गुप्ता, विक्की गुप्ता, क्षेमेंद्र सिंह, आशुतोष डंपी, अनिल अग्रहरि, नितेश बरनवाल, संदीप अग्रहरि, मनोज अग्रहरि, श्रीराम अग्रहरि समेत भारी संख्या में लोग रहे।








