जौनपुर : आत्मा के परमात्मा से मिलन का मार्ग है योग- बालयोगी करन
शाहगंज। राजकुमार अश्क तहलका 24×7 कस्बा स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में चले रहे सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना के छठे दिन छात्राओं ने योग की विभिन्न विधाओं को समझा। बाल योगगुरु करन “गुरू” ने छात्राओं को विभिन्न योग आसनों की जानकारी दी और योगाभ्यास कराया।
बालयोगी ने कहा कि योग वह विधा है जो हमारी आत्मा को परमात्मा से मिलन कराता है। हमारी भारतीय संस्कृति में ऐसे अनेकों ऋषि, मुनि, तपस्वी हुए हैं जो योग क्रिया द्वारा कई घंटों तक एक ही मुद्रा में बैठे रहते थे और सासों पर नियंत्रण करते हुए अपनी आत्मा को परमपिता से जोड़ देते थे। उन्होंने योग की विविध क्रियाओं पर प्रकाश डालते हुए स्वयंसेविकाओं को अनुलोम विलोम, कपालभाति, भ्रामरि आदि क्रियाओं का अभ्यास कराते हुए इन योगासनों से होने वाले लाभों को भी विस्तार से बताया।
सूर्य नमस्कार के सभी बारह आसान का अभ्यास भी कराया। कुछ स्वयं सेविकाओं ने बालयोगी से अपनी जिज्ञासा के अनुसार प्रश्न भी पूछे जिसका उन्होंने बहुत ही सरल और सारगर्भित उत्तर दिया।कार्यक्रम के अन्त में एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी रमेश चन्द्र ने बालयोगी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पूजा गुप्ता, रमेश चन्द्र, रत्नेश, अनुराग यादव आदि उपस्थित रहे।