जौनपुर : एआईडीएसओ ने मनाई मुंशी प्रेमचंद की 143वीं जयंती
सिंगरामऊ। दीपक श्रीवास्तव तहलका 24×7 हिंदी व उर्दू के महान साहित्यकार, कथा सम्राट व कलम के सिपाही मुंशी प्रेमचंद की 143वीं जयंती के अवसर पर ऑल इण्डिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीएसओ) द्वारा 31 जुलाई को सिंगरामऊ बाजार में सरकारी अस्पताल के गेट पर माल्यार्पण कार्यक्रम व नुक्कड़ सभा आयोजित कर प्रेमचंद्र के चित्र पर माल्यार्पण कर मनाई गई।इस मौके पर सैकड़ों विद्यार्थियों, किसान, मजदूरों, महिलाओं व क्षेत्र के लोगों ने मुंशी प्रेमचंद की फोटो पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया।इस अवसर पर एआईडीएसओ कार्यकर्ताओं ने नई शिक्षा नीति 2020 के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान भी चलाया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद ने अपने कर्मभूमि उपन्यास के माध्यम से कहा था कि “मैं चाहता हूं कि, ऊंची से ऊंची तालीम सबके लिए मुफ्त हो, ताकि गरीब से गरीब आदमी भी ऊंची से ऊंची लियाकत हासिल कर सके और ऊंचे से ऊंचा ओहदा पा सके। मैं यूनिवर्सिटी के दरवाजे सबके लिए खुले रखना चाहता हूं। सारा खर्च गवर्नमेंट पर पड़ना चाहिए। मुल्क को तालीम की उससे कहीं ज्यादा जरूरत है जितनी फौज की। मुंशी प्रेमचंद चाहते थे कि आजाद भारत में निशुल्क, जनवादी, वैज्ञानिक व धर्म निरपेक्ष शिक्षा पद्धति लागू हो।
लेकिन आजादी के 75 वर्षों में भी उनका सपना पूरा नहीं हो सका। विपरीत इसके विभिन्न सरकारों द्वारा लगातार शिक्षा विरोधी नीतियां लागू की जा रही हैं। वर्तमान बीजेपी सरकार ने भी शिक्षा के निजीकरण, व्यापारीकरण, सांप्रदायीकरण व केंद्रीयकरण को बढ़ावा देने के लिए नई शिक्षा नीति 2020 को लागू किया है, जो अत्यंत शिक्षा विरोधी और छात्र विरोधी है। इसलिए इसके खिलाफ संगठन के द्वारा चलाए जा रहे देशव्यापी एक करोड़ हस्ताक्षर अभियान को तेज करने में आप सभी अपना हर तरफ का सहयोग दें। इस अवसर पर एआईडीएसओ के राज्य सचिव दिलीप कुमार, जिला संयोजक संतोष प्रजापति व सह संयोजिका अंजली ने सम्बोधित किया। क्रांतिकारी गीतों की प्रस्तुति अनीता, पूनम, चंदा ने किया। मौके पर अमित, विवेक, अंजली, संगम और किशोरों का संगठन- कॉमसोमोल की ओर से देवव्रत के अलावां अन्य कई छात्र छात्राएं मौजूद थे।