सिकरारा। दीपक श्रीवास्तव तहलका 24×7 थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव निवासी अजय कुमार के मोबाइल पर फोन आया कि तुम ढ़ाई लाख रुपये जीत चुके हो, बताये गए खाते में 11 हजार 5 सौ रुपये डाल दो, इतना सुनकर अजय खुश हो गया। वह एक पड़ोसी से लेकर 5 हजार रुपया डाल दिया। इसके बाद अपनी माँ से साढ़े छ हजार मांगने लगा। उसके पिता जी राम आसरे ने जब सुना तो वह लोगो से पूछा कि क्या ऐसा होता है तो लोगो ने ठगी होने की बात बताया।
इस पर वह अपनी पत्नी को उसे पैसा न देने की बात कहते हुए अजय को बिगड़ गया। अजय ठग की बातों से इतना प्रभावित हो गया था कि उसे लग रहा था कि वह कहा से पा जाय पैसे को ठग के खाते में डाल दे। ठग से प्रभावित होकर वह लोगो से उधार साढ़े छ हजार खोजने लगा। लोगो ने उसे ठगी का शिकार होने की बात जोर देकर कहा तो उसने बताये गए नंबर पर फोन करने लगा तो नंबर बन्द हो चुका था।
काम करके जीविका चलाने वाले पिता को पुत्र द्वारा ठगी का शिकार होने का बहुत गम है। हालांकि साढ़े 11 हजार के बजाय सिर्फ 5 हजार ही गया। इस दौरान उसको ठग 25 लाख का उसके नाम का भरे चेक की फोटो भी दिखाया करता था। इस तरह आये दिन ठगों द्वारा नई तकनीक अपना कर आये दिन ठगी करते रहते है। प्रबुद्ध लोगो सहित बैंको से मेसेज द्वारा ठगों से सावधान रहने और और अपनी गोपनीयता दूसरे के शेयर न करने की बराबर जानकारी दिया जाता है। सीधे-साधे एवं काम पड़े युवक लालच के चक्कर मे अक्सर ठगी के शिकार हो जा रहे है।