जौनपुर में दो दर्जन से अधिक हैं भाजपा अध्यक्ष पद के दावेदार
# 10 जनवरी को आवेदक करेंगे नामांकन, जिला चुनाव अधिकारी हैं प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष त्रयम्बक त्रिपाठी और पर्यवेक्षक हैं अश्विनी त्यागी, दोनों अधिकारी करेंगे चयन।
# भाजपा जिलाध्यक्ष पद पर फिर चयन के लिए एक पूर्व अध्यक्ष व एक अन्य हम जातीय पदाधिकारी को पदासीन कराने के लिए जी जान से जुट गया है पुरोहित गैंग, क्योंकि गैंग के ये मेंबर गोलमाल में देते हैं साथ।
कैलाश सिंह
राजनीतिक संपादक
जौनपुर/लखनऊ।
तहलका 24×7 न्यूज
15 जनवरी के बाद किसी भी दिन भाजपा के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा होनी तय है। इसी के मद्देनजर देशभर में पार्टी की इकाई मण्डल अध्यक्ष से लेकर जिलाध्यक्ष तक के चयन 15 जनवरी से पहले ही कर लिए जाएंगे।
जौनपुर को उदाहरण के तौर पर लिया जाए तो इस जनपद में भाजपा ने सांगठनिक तौर पर दो जिले जौनपुर और मछलीशहर बनाया है। जौनपुर में कुल 24 में से 18 मण्डल अध्यक्षों का चयन हो चुका है, बाकी छह मण्डलों का चयन भी जल्द हो जाएगा। इसी तरह मछलीशहर में भी 22 मंडल हैं। जौनपुर में जिलाध्यक्ष पद के दावेदार तो दो दर्जन से ज्यादा हैं, लेकिन कई तो 60 साल से ऊपर होने के चलते मैदान से बाहर हो गए हैं। इन्हीं में से कई ने प्रस्तावक और समर्थक के नाम पर मंडल अध्यक्षों को पटा रखा है। हालांकि इस चयन में इनकी जरूरत नहीं पड़ेगी।
पुरोहित गैंग अपनी टीम के मेंबर को अध्यक्ष पद दिलाने के लिए दो हम जातीय दावेदार को लेकर ताकत लगा रहा है। इनमें से एक पूर्व जिलाध्यक्ष है और दूसरा वर्तमान में पदाधिकारी है। पिछले चुनावों के दौरान से पूर्व अध्यक्ष के कारनामे चर्चा ए आम हैं।
प्रदेश भाजपा सूत्रों की मानें तो अध्यक्ष पद पर उसी का चयन होगा जो लामबंदी से दूर होने के साथ जिला इकाई के विभिन्न पदों पर बेहतरीन कार्य कर चुका हो। वह पार्टी अनुशासन के तहत हर कार्यकर्ता के बीच अपनी पैठ रखता हो। प्रदेश मुख्यालय से आये चुनाव अधिकारी त्रयम्बक त्रिपाठी जो राज्य कमेटी में उपाध्यक्ष हैं। उनकी पृष्ठिभूमि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की रही है। वह संघ से निकलकर भाजपा में आये हैं जाहिर है संघ के प्रति समर्पित रहते हुए भाजपा में अपनी बेहतरीन छाप छोड़ने वाला दावेदार इनकी प्राथमिकता में होगा। वैसे भी संघ के जिला एवं काशी प्रांत के पदाधिकारियों की सहमति जिस दावेदार को मिलेगी उसका चयन सम्भावित है। जौनपुर में 10 जनवरी को नामांकन और चयन है। जबकि मछलीशहर में चुनाव प्रक्रिया 11 जनवरी को पूरी की जाएगी।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक एक-एक बार ब्राह्मण और क्षत्रिय इस जिले में अध्यक्ष रह चुके हैं, लिहाजा इस बार कायस्थ या वैश्य पर अधिक फोकस किए जाने की संभावना है। पिछड़े पर विचार हुआ तो मौर्य को फायदा मिलेगा।फिलहाल प्रदेश के सभी जिलों में भाजपा के सांगठनिक चुनाव की सरगर्मी इतनी तेज है कि इसमें शीतलहर ही थोड़ा बैलेंस कर रही है।