जौनपुर : सोंधी सीएचसी के चिकित्सकों में नहीं है डिप्टी सीएम का खौफ़
# दोपहर तक चिकित्सकों के नदारद रहने से हलकान दिखे मरीज
# अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक ने किया दोपहर से किया मरीजों का इलाज
जौनपुर। रवि शंकर वर्मा तहलका 24×7 एक तरफ़ डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सूबे में चिकित्सकीय व्यस्था पटरी पर लाने के लिए अस्पतालों में औचक निरीक्षण कर रहे है वहीं सोंधी ब्लॉक के पीएचसी के चिकित्सक शासन की मंशा पर पानी फेरने की जिम्मेदारी उठा रखी है। बुधवार सुबह नौ बजे पर्चा कटाकर करीब दो दर्जन से अधिक मरीज बिना उपचार कराए अस्पताल से वापस लौट गए। दोपहर बाद अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक ने मरीजों का उपचार किए। चिकित्सकों की इस घोर लापरवाही की सुधी लेने वाला कोई नज़र नहीं आता।
बुधवार को “तहलका 24×7” की टीम अपराह्न 1:44 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सोंधी का जायजा लेने पहुंची तो चिकित्सकों की बड़ी लापरवाही देखने को मिली। मरीजो की पंजीकरण रजिस्टर में 47 पेशेंट की एंट्री हो चुकी थी। मौके पर कुछ मरीज अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे थे, जब इसकी जानकारी की गई तो कर्मियों ने बताया कि फार्मासिस्ट केपी यादव और चिकित्साधिकारी डॉ मसूद खान छुट्टी पर है। उसके बाद टीम चिकित्सा प्रभारी डॉ रमेश चंद्रा के कार्यालय की तरफ़ रुख किया तो वहाँ मेहरावां एडिशनल के चिकित्साधिकारी डॉ विवेकानंद कुशवाहा ओपीडी करते देखे गए। जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि हम अपने सेंटर पर ओपीडी के चालीस मरीजों को देखने के बाद यहां आए है। दोपहर के करीब पहुँचे डॉ कुशवाहा 1:47 मिनट तक 17 मरीज को देख चुके थे।
चिकित्साधिकारी डॉ रमेश चन्द्रा के अनुपस्थित पर संवाददाता ने कारण जानना चाहा तो पता चला कि सीएमओ मैडम ने उन्हें ज़रूरी काम से मुख्यालय बुलाया है। इस वजह से यहाँ ओपीडी कर रहा हूँ। अब सवाल उठ रहा है कि केंद्र तो सुबह आठ बजे ही खुल जाता है, इलाज कराने आए मरीज भगवान रूपी चिकित्सकों का घण्टों इंतजार करने के बाद निराश लौटना पड़ता है। मीडिया के कैमरे में दो बजे तक गिनती के मरीज ही बचे थे। महज़ 17 मरीज का ही उपचार हो पाया था। कुछ तो लंबे इंतजार के बाद अपना उपचार कराया बाकी मायूस लौट गए। इस बाबत मीडिया ने सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह को कई बार फोन किया लेकिन उनका फ़ोन नही उठा।