जौनपुर : ट्रक की चपेट में आने से बोलेरो सवार मां-बेटी की मौत, आठ घायल
# बेटे की शादी के बाद चौकियां माता का दर्शन कर लौट रहा था परिवार
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
वाराणसी- लखनऊ हाई-वे पर लाइन बाजार थाना क्षेत्र के कंधरपुर गांव के समीप शुक्रवार दोपहर करीब ढाई बजे ट्रक और बोलेरो में टक्कर हो गई। हादसे में मां-बेटी की मौत हो गई जबकि आठ लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनमें एक की हालत गंभीर बताई जाती है। बोलेरो से सवार शादी के बाद चौकिया धाम दर्शन करने गए थे।
सिकरारा थाना क्षेत्र के मसीदा लाला बाजार निवासी भोलानाथ के पुत्र दीपक (23) की शादी 27 नवंबर को थी। उनके परिवार के सदस्य और रिश्तेदार शुक्रवार को एक बोलेरो से चौकियां माता का दर्शन करने गए थे। दर्शन करने के बाद दोपहर बाद लौट रहे थे। वाराणसी- लखनऊ हाई-वे पर सामने से आ रहे ट्रक और बोलेरो में टक्कर हो गई। ट्रक से टकराकर बोलेरो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और सवार उसी में फंस गए।
आसपास के लोगों की मदद से पुलिस ने भोलानाथ की पत्नी चंद्रकला (45), पुत्री ज्योति (26), मनीषा (22) पत्नी दीपक गुप्ता, विनोद गुप्ता (27) पुत्र रामचंद्र गुप्ता, दीपक गुप्ता (23) पुत्र भोलानाथ, काजल (19), मिस्टी (3) पुत्री दिलीप, राधिका (17) पुत्री भोलानाथ, केसर देवी पत्नी रामकुमार, किरन (6) पुत्री दिलीप को बाहर निकाला। सभी घायलों को जिला अस्पताल में ले जाया गया। वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने चंद्रकला और ज्योति को मृत घोषित कर दिया। मनीषा की हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने रेफर कर दिया। देर शाम को सभी को रेफर कर दिया गया।दुर्घटना की जानकारी मिलते ही भोलानाथ के के परिवार के अन्य सदस्य, रिश्तेदार जिला अस्पताल पहुंच गया। वहां कुछ देर के लिए काफी भीड़ हो गई थी। लाइन बाजार थाना प्रभारी सुधीर कुमार आर्या ने बताया कि मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वहीं घायलों का इलाज चल रहा है।
# जाम से बचने के लिए बदला था रास्ता
चौकिया धाम से लौटते समय भोलानाथ के परिवार वालों ने जाम से बचने के लिए हाई-वे का रास्ता पकड़ा था। उनको क्या पता कि रास्ता बदलना हादसे का कारण बन जाएगा। ग्राम प्रधान विजयशंकर यादव ने बताया कि गाड़ी विनोद चला रहा था। दर्शन करने के बाद ये लोग सीहीपुर क्रासिंग पर लगने वाले जाम से बचने के चक्कर में पॉलीटेक्निक चौराहे से होते हुए ओवरब्रिज के ऊपर से उसने हाई-वे से जाने का सुझाव दिया था।
# खुशियां बदली मातम में
सिकरारा क्षेत्र निवासी भोलानाथ की कुल पांच संतान थीं। इसमें तीन पुत्रियां और दो पुत्र। बड़ी पुत्री ज्योति की शादी पहले हुई थी, लेकिन उसके पति की मौत के बाद वह भी मायके में ही रह रही थी। बड़े पुत्र दीपक की शादी 27 तारीख को हुई थी। उसी खुशी में परिवार के लोग दर्शन करने गए थे। अचानक हुई इस घटना के कारण परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं। बताया गया कि उनका छोटा बेटा लकी भी दर्शन करने गया था, लेकिन वह बोलेरो निकलने के बाद बाइक से गया था। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ज्योति को एक पुत्र और एक पुत्री है।