जौनपुर : मियांपुर बकुची हत्याकांड में घायल हाशिम ही निकला हरिलाल का हत्यारा
# पुलिस का दावा इस कांड के जरिए अपने दुश्मनों को फंसाने की थी साजिश
# घटना में प्रयुक्त असलहा और बाइक बरामद करना पुलिस के लिए अभी है चुनौती
शाहगंज।
एख़लाक खान
तहलका 24×7
कोतवाली क्षेत्र के बकुची मियांपुर गांव में अधेड़ हरिलाल की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने दावा किया कि हरिलाल के साथ मौजूद साथी हाशिम ने ही उसे गोली मारी थी। हाशिम ने हमले का प्लॉन रचते हुए खुद के पैर में भी गोली मारी थी। इसके पीछे हाशिम का मकसद अपने दुश्मनों को हत्या के आरोप में फंसाकर उन्हें जेल भिजवाना था। प्रभारी निरीक्षक सदानंद राय ने अपने हमराहियों के साथ आरोपी हाशिम को गिरफ्तार कर लिया।
बताते चलें कि बकुची मियांपुर गांव स्थित पुलिया के पास बीते दो दिसंबर को फायरिंग में अधेड़ हरिलाल की मौत हो गई थी। घटना के वक्त हरिलाल के साथ कचहरी से लौटा उसका साथी मो. हाशिम पुत्र अब्दुल वाहिद निवासी रसूलपुर सबरहद भी था। हाशिम ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि अपाचे मोटरसाइकिल पर सवार दो बदमाशों ने फायरिंग की। जिसमें हरिलाल की मौत सिर पर गोली लगने से हो गई थी और हाशिम के पैर में गोली लगी थी। हाशिम ने तहरीर में सबरहद गांव के पूर्व प्रधान राशिद अनवर, उनके बेटों, भाई, भतीजा और दो साथियों पर हमला कराने का आरोप लगाया था।
घटना के बाद पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो कई पेंच सामने आए। हाशिम को दो बार घटनास्थल पर ले जाकर क्राइम सीन दोहराया गया। सर्विलांस आदि के जरिए भी पड़ताल की गई, जिसमें चौंकाने वाली चीजें सामने आने लगीं। क्षेत्राधिकारी चोब सिंह की देख-रेख में चली तफ्तीश में सामने आया कि दरअसल हाशिम ने हमले की मनगढ़ंत कहानी रची थी। उसने ही हरिलाल के सिर पर गोली मारने के बाद खुद के पैर में गोली मार ली थी।
क्षेत्राधिकारी के मुताबिक हाशिम ने पूर्व प्रधान राशिद और उनके साथियों से चल रही गंवई रंजिश और दुश्मनी के चलते उन लोगों को फंसाने और जेल भिजवाने के लिए खुद घटना को अंजाम दिया। पुलिस को दिए गए बयान में उन सभी का नाम लिया था। उसने अपने पैर पर भी गोली मारी थी, ताकि किसी को उस पर शक न हो। फिलहाल पुलिस को घटना में प्रयुक्त असलहा और बाइक को बरामद करने की चुनौती अभी भी है।