महाराष्ट्र में गार्डर लॉन्चिंग मशीन गिरने से 15 लोगों की दर्दनाक मौत
# समृद्धि एक्सप्रेस हाई-वे के तीसरे चरण का हो रहा था काम
मुम्बई।
तहलका 24×7
महाराष्ट्र के ठाणे में बड़ा हादसा हो गया है। यहां शाहपुर के पास एक गार्डर लॉन्चिंग मशीन गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई है, जबकि तीन लोग घायल हो गए हैं शाहपुर पुलिस का कहना है कि समृद्धि एक्सप्रेस हाई-वे के तीसरे चरण का निर्माण हो रहा है। पुल तैयार करने में मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा था। इसी दौरान 100 फीट की ऊंचाई से गार्डर लॉन्चिंग मशीन गिर गई।
जानकारी के मुताबिक, अभी भी मलबे में कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है. मौके पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से किया जा रहा है। मौके पर एसपी और रेस्क्यू टीम पहुंच गई है। एसपी के मुताबिक समृद्धि हाई-वे पर लॉन्चर गिरने से मजदूर और अन्य लोग चपेट में आ गए। तीन घायलों को शाहपुर तालुका के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया गया कि सोमवार देर रात में पुल का निर्माण कार्य चल रहा था, तभी बड़ा हादसा हो गया। कहा जाता है कि यहां सुरक्षा के कोई उपाय नहीं होने के कारण यहां के मजदूरों की जान चली गई है। गार्डर मशीन को जोड़ने वाली क्रेन और स्लैब 100 फीट से नीचे गिर गए। शाहपुर तहसील अस्पताल में अब तक 15 शव लाए जा चुके हैं। 3 से 4 लोग घायल हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। एक अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना मंगलवार तड़के शाहपुर तहसील के सरलांबे गांव के पास हुई। पुलिस और दमकल कर्मी स्थानीय एजेंसियों के साथ मिलकर बचाव अभियान में लगे हुए हैं।
ये मशीन एक विशेष प्रयोजन वाली मोबाइल गैन्ट्री क्रेन है, जिसका उपयोग पुल निर्माण में किया जाता है। इसका उपयोग राजमार्ग और हाई-स्पीड रेल पुल निर्माण परियोजनाओं में प्रीकास्ट बॉक्स गर्डर्स स्थापित करने के लिए किया जाता है। समृद्धि महामार्ग का निर्माण कार्य महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम द्वारा किया जा रहा है।
# पहले चरण का पीएम ने किया था उद्घाटन
समृद्धि एक्सप्रेस-वे का नाम हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग रखा गया है। ये मुंबई और नागपुर को जोड़ने वाला 701 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे है। यह नागपुर, वाशिम, वर्धा, अहमदनगर, बुलढाणा, औरंगाबाद, अमरावती, जालना, नासिक और ठाणे समेत 10 जिलों से होकर गुजरता है। नागपुर को शिरडी से जोड़ने वाले पहले चरण का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2022 में किया था। यह 520 किमी की दूरी तय करता है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मई में कहा था कि तीसरा और आखिरी चरण इस साल दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा।