मैं सिर्फ राजभवन से फैसला लेने वाला व्यक्ति नहीं, बीएन कॉलेज कांड पर आग बबूला राज्यपाल
पटना।
तहलका 24×7
विद्या के मंदिर में अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।ऐसी घटनाओं से मैं काफी मर्माहत हूं, छात्रों से हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि विद्या के मंदिर में इस तरह की घटनाएं न करें, जिससे कि बिहार का अपमान हो। छात्रों का काम है पढ़ाई करना। कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन से भी अनुरोध है इस तरह की गतिविधियों को न होने दें और सख्त कार्रवाई करें। यह कहना है राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का।

पटना विश्वविद्यालय के बीएन कॉलेज में बीते दिनों बमबाजी की घटना हुई थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए बिहार के कुलाधिपति सह राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान बीएन कॉलेज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन से बातचीत करने के साथ कॉलेज और कॉलेज के हॉस्टल का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण में राज्यपाल के साथ छात्र संघ के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। राज्यपाल ने छात्र संघ प्रतिनिधियों से कहा कि कॉलेज में डिसिप्लिन लाना सिर्फ कॉलेज प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं बल्कि छात्रों का कर्तव्य भी है।

इस मौके पर राज्यपाल ने बीते दिनों हुए हादसे को लेकर क्या कुछ कार्रवाई हुई है उसकी भी जानकारी पुलिस प्रशासन से ली।उन्होंने कॉलेज प्रशासन को कई सारे दिशा निर्देश भी दिए।हॉस्टल परिसर में निरीक्षण करने पहुंचे राज्यपाल ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि असामाजिक तत्व या फिर अवैध रूप से रहने वाले छात्रों को पहचान कर यहां से हटाया जाए।बमबाजी की घटना के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाये। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं।मीडिया से बातचीत करते हुए राज्यपाल ने छात्र संघ प्रतिनिधियों से कहा कि वह भी छात्र संघ के अध्यक्ष रहे हैं।

छात्र संघ का काम होता है छात्रों के व्यक्तित्व को निखारने में कॉलेज प्रशासन की मदद करें।मजदूर यूनियन जैसा स्टूडेंट यूनियन नहीं होता है।छात्रों को यह समझना होगा कि अनुशासनहीनता के साथ विश्वविद्यालय सुचारू तरीके से नहीं चल सकता।
राज्यपाल ने कहा कि उन्हें अब तक जो जानकारी मिली है, यही है कि इस घटना में वह लोग शामिल हैं जिनका पटना विश्वविद्यालय से कोई लेना-देना नहीं है। यह छात्र नहीं हैं और अवैध रूप से हॉस्टल में कब्जा करके रहते हैं। ऐसे असामाजिक तत्वों पर सख्ती से कार्रवाई करने का आरिफ मोहम्मद खान ने निर्देश दिया।

कहा कि मैं विश्वास दिलाते हुए कहता हूं कि मेरे लिए प्रदेश में विश्वविद्यालय में शिक्षा का स्तर मजबूत करना प्राथमिकता है। मैं सिर्फ राजभवन से फैसला लेने वाला व्यक्ति नहीं हूं, बल्कि कहीं कोई समस्या पैदा होती है तो उस जगह पर जाऊंगा और तहकीकात करूंगा ताकि समस्या का निदान हो।