न्याय यात्रा निकाल एसडीएम को सौंपा पत्रक
# किसानों ने रजिस्ट्री पर लगी रोक को तत्काल हटाने की मांग की
पिंडरा, वाराणसी।
नितेश गुप्ता
तहलका 24×7
काशी द्वार योजना को निरस्त करने की मांग करते हुए किसानों ने शुक्रवार को न्याय यात्रा निकाली। तहसील पिंडरा पहुंचकर घेराव करने की कोशिश, लेकिन पुलिस बल द्वारा तहसील परिसर में घुसने न देने पर मजबूरन गेट पर ही पत्रक देकर किसानों को लौटना पड़ा।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के किसान संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले रमईपुर स्थित दुर्गा माता मंदिर पर दोपहर में एकत्र हुए और जुलूस के रूप में 3 किमी दूरी तय कर पैदल नारेबाजी करते हुए तहसील पहुंचे।

लेकिन तहसील गेट के पास ही इंस्पेक्टर फूलपुर प्रवीण कुमार सिंह ने यात्रा में शामिल लोगों को अंदर जाने से रोक दिया। यात्रा में शामिल महिला व पुरुषों ने अंदर घुसने की कोशिश की लेकिन पुलिस फोर्स के आगे उनकी नही चली। इसके बाद विरोध स्वरूप किसान सड़क पर ही बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। जिससे माहौल थोड़ा गरमा गया, लेकिन थोड़ी देर में एसडीएम प्रतिभा मिश्रा, तहसीलदार विकास पांडेय मौके पर पहुंचे और मुख्यमंत्री को सम्बोधित पत्रक लेने के बाद शासन तक उनकी मांगों को पहुंचाने का आश्वासन दिया।

इस दौरान किसान शासन व प्रशासन विरोधी नारे लगाते रहे। जिसमें महिला पुरूष के अलावा बच्चे भी शामिल रहे। संयुक्त किसान मोर्चा व सरदार सेना के नेतृत्व में निकले न्याय यात्रा में शामिल लोग काशी द्वार योजना में शामिल एक दर्जन गांवों की रजिस्ट्री पर लगी रोक को हटाने की मांग की। इस दौरान मोर्चा के फतेह नारायन सिंह, रामजी सिंह, नंदाराम शास्त्री, सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आरएस पटेल, सुधीर सिंह, आशीष पटेल, सन्तोष पटेल, मुन्ना पटेल, शत्रुघ्न पटेल, श्यामलाल सिंह, हीरावती, मालती, संध्या, कुसुम, महादेवी, हीरावती समेत सैकड़ो की संख्या में किसान शामिल रहे।