जौनपुर : किसान सम्मान समारोह का किया गया सजीव प्रसारण
केराकत।
विनोद कुमार
तहलका 24×7 क्षेत्र के अमिहित कृषि विज्ञान केंद्र पर सोमवार की सुबह किसान सम्मान सम्मेलन का सजीव प्रसारण प्रभारी अध्यक्ष इंजीनियर वरुण कुमार के अध्यक्षता में संचालित किया गया। जिसका शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय सिंह के द्वारा किया गया।कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा अभिभाषण में किसानों को आय दुगनी तथा प्रगतिशील किसानों के बारे में बताया गया। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसान सम्मान निधि योजना के तहत 8 करोड़ किसानों को 16000 करोड़ रूपये की धनराशि खाते में हस्तांतरित किया गया एवं वन नेशन वन उर्वरक उत्पाद का शुभारंभ भी किया गया।
किसान सम्मान सम्मेलन के सजीव प्रसारण के बाद किसान एवं वैज्ञानिकों द्वारा संवाद किया गया जिसमें किसानों को रबी फसल प्रबंधन के बारे में वैज्ञानिकों द्वारा विस्तृत जानकारी दी गई एवं उनके समस्याओं का त्वरित निदान किया गया जिसमें इंजीनियर वरुण कुमार ने फसल अवशेष प्रबंधन एवं एकीकृत कृषि प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इंजीनियर वरूण कुमार ने किसानों से अपील किया कि फसल अवशेष को खेत में न जलाएं बल्कि उनकों खेतों में मिलाकर खेतों की उर्वरता को बढ़ाएं।पशुपालन वैज्ञानिक डॉक्टर अमित कुमार ने पशुओं के रखरखाव, आगे आने वाले शीत ऋतु में पशुओं की सुरक्षा कैसे करें एवं वर्षभर चारा प्रबंधन तथा पशुओं के संतुलित आहार के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इसी क्रम में कृषि वानिकी वैज्ञानिक डॉ अनिल कुमार ने रबी मौसम में सब्जियों की खेती, किसान कौन सी सब्जी का उत्पादन कर सकते हैं एवं सब्जी फलों के नर्सरी प्रबंधन वैज्ञानिक विधि की भी जानकारी दी गई। शस्य वैज्ञानिक डॉ संजय कुमार ने रबी फसल प्रबंधन में रबी फसलों की खेती की तैयारी, बीजों के चुनाव में अच्छी प्रजातियों का बीज का प्रयोग, फसलों की बुवाई हमेशा सीधी लाइन में करने, बुवाई के लिए यंत्रों का प्रयोग करने, सही समय पर फसलों की प्रमाणित उन्नतशील बीज से बुवाई करने, फसलों के उर्वरक प्रबंधन एवं खरपतवार प्रबंधन वैज्ञानिक ढंग से अपना कर करने से कृषि में लागत कम हो जाती है जिससे कि कृषि आय को दुगनी किया जा सकता है। डॉ कुमार ने किसानों को प्राकृतिक खेती करने की भी सलाह दी तथा उसके बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिसे अपनाकर खेती को जीरो बजट लागत से कृषि आय को दुगनी किया जा सकता है।
कृषि वैज्ञानिक के संबंध में प्रगतिशील किसान भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जिसमें अखिलेश सिंह प्राकृतिक खेती के बारे में अपना अनुभव साझा किया जो पिछले कई वर्षों से करते आ रहे हैं। इसी क्रम में प्रगतिशील किसान रमेश सिंह जैविक विधि द्वारा आलू की खेती के बारे में अपना अनुभव साझा किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में केंद्र के कर्मचारी प्रदीप यादव, धीरज कुमार, विवेक कुमार, विश्वजीत सिंह, तिलक राज, दीपक कुमार का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में रमेश सिंह, राजेश्वर राय, संजय सिंह, कौशल सिंह, उमेश कुमार सिंह, अभिषेक यादव, दूधनाथ, ओमप्रकाश सिंह, राकेश कुमार सिंह, जामवंत, राज, रामबचन यादव आदि किसान उपस्थित रहे।